Description
गर्भावस्था की मंगलमयी अवधि को पुंसवन संस्कार के साथ मनाएं। इस अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है ताकि गर्भधारण कर रही माता और विकसित हो रहे भ्रूण को आशीर्वाद मिलें। दिव्य ऊर्जा को पुकारें और माता और बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आशीर्वाद मांगें। यह संस्कार गर्भावस्था के दूसरे और तीसरे माह में किया जाता है। इसका उद्देश्य गर्भस्थ शिशु को पौरुषयुक्त अर्थात् बलवान, हृष्ट-पुष्ट, निरोगी, तेजस्वी, एवं सुन्दरता के लिए किया जाता है।
Celebrate the auspicious phase of pregnancy with the Punsavan Sanskar. This ceremony is performed to bless the expectant mother and the growing fetus. Invoke the divine energies and seek blessings for the physical and mental well-being of both mother and child. This ritual is performed during the second and third trimester of pregnancy. Its purpose is to bless the unborn child with masculine qualities, including strength, vitality, good health, radiance, and beauty.